अन्त के समय में झूठा भविष्यद्वक्ता कौन है?
प्रश्न अन्त के समय में झूठा भविष्यद्वक्ता कौन है? उत्तर अन्त के समय के झूठे भविष्यद्वक्ता का विवरण प्रकाशितवाक्य 13:11-15 में किया गया है। उसे साथ ही “दूसरे पशु” के रूप में भी वर्णित किया गया है (प्रकाशितवाक्य 16:13, 19:20, 20:10)। मसीह विरोधी और शैतान के साथ मिलकर, जो उन दोनों को सामर्थ्य प्रदान करेगा,…
अन्त के समय में झूठा भविष्यद्वक्ता कौन है?
अन्त के समय के झूठे भविष्यद्वक्ता का विवरण प्रकाशितवाक्य 13:11-15 में किया गया है। उसे साथ ही “दूसरे पशु” के रूप में भी वर्णित किया गया है (प्रकाशितवाक्य 16:13, 19:20, 20:10)। मसीह विरोधी और शैतान के साथ मिलकर, जो उन दोनों को सामर्थ्य प्रदान करेगा, झूठा भविष्यद्वक्ता अपवित्र त्रिएकत्व का तीसरा व्यक्ति है।
प्रेरित यूहन्ना हमें इस व्यक्ति का विवरण देता है और जब यह प्रगट होगा तब इसकी पहचान करने के लिए सुराग भी प्रदान करता है। पहला, यह पृथ्वी में से आता है। इसका अर्थ यह हो सकता है कि यह नरक के गड़हे में से उसके आदेश पर नरक की सारी शैतानिक शक्तियों के साथ निकल कर आ सकता है। साथ ही इसका अर्थ यह भी हो सकता है कि यह बहुत ही निम्न स्तर की परिस्थितियों, गुप्त और अज्ञात् स्थान से निकल कर, तब आएगा जब वह सांसारिक मंच पर मसीह विरोधी के दाहिने हाथ के रूप में न प्रगट हो जाए। उसे मेम्ने के सिर पर लगे हुए सींग के साथ चित्रित किया गया है, जबकि वह एक अजगर की तरह बात करता है। मेम्ने के सींग केवल तब तक उसके सिर पर छोटे रहते हैं, जब तक कि यह मेम्ना एक मेढ़े में नहीं बढ़ जाता। मसीह विरोधी के सिर और सींग की मात्रा अँसख्य होने की अपेक्षा, अपनी शक्ति और सामर्थ्य और उग्रता को दिखाने के लिए, झूठा भविष्यद्वक्ता, एक मेम्ने की तरह, जय पाए हुए के रूप से, प्रेरक वचनों के साथ ऐसे आता है, जो दूसरों से सहानुभूति और भलाई को उसके लिए प्राप्त कर सके। वह एक असाधारण उपदेशक या वक्ता हो सकता है, जिसके शैतानिक वचन बड़ी भीड़ को धोखा देते हैं। परन्तु, वह एक अजगर की तरह बोलता है, जिसका अर्थ है कि उसका सन्देश एक अजगर का सन्देश है। प्रकाशितवाक्य 12:9 इस अजगर की पहचान दुष्ट और शैतान के रूप में करता है।
वचन 12 हमें इस पृथ्वी पर झूठे भविष्यद्वक्ता के मिशन को बताता है, जो कि मनुष्य को मसीह विरोधी की आराधना करने के लिए बाध्य करना है। उनके पास मसीह विरोधी के सारे अधिकार हैं, क्योंकि वह उसकी तरह, झूठे भविष्यद्वक्ता को शैतान ने अधिकार दिया है। यह स्पष्ट नहीं है कि कहीं लोगों को मसीह विरोधी की आराधना करने के लिए बाध्य तो नहीं किया गया या कहीं लोग इस तरह के व्यक्ति के प्रेम में ऐसे बंध गए हैं कि वे धोखे में जा गिरे हैं और स्वेच्छा से उसकी आराधना करते हैं। सच्चाई तो यह है कि दूसरा पशु आश्चर्यजनक चिन्हों और अद्भुत कार्यों को प्रगट करता है, जिसमें स्वर्ग से आग गिराना इत्यादि सम्मिलित है, जो कि दोनों की विश्वसनीयता को स्थापित करती हुई इस ओर संकेत देती हुई प्रतीत हो रही है कि लोग उसकी सामर्थ्य और सन्देश के कारण उसके सामने आराधना में झुक जाएँगे। वचन 14 आगे कहते हुए चला जाता है कि यह धोखा इतना बड़ा होगा कि लोग मसीह विरोधी की एक मूर्ति स्थापित करेंगे और उसकी आराधना करेंगे। यह नबूकदनेस्सर (दानिय्येल 3) की विशाल सोने की मूर्ति का स्मरण दिलाता है, जिसके आगे सभी झुकेंगे और जिसे दण्डवत् करेंगे। तथापि, प्रकाशितवाक्य 14:9-11, उन लोगों के दुर्भाग्य का वर्णन करता है, जो मसीह विरोधी की मूर्ति की आराधना करते हैं।
क्लेशकाल की भयावहता से इस बिन्दु तक बचे रहने वाले लोग दो कठोर निर्णयों का सामना करेंगे। वे जो पशु की मूर्ति को दण्डवत् करने से इन्कार कर देंगे, वे मृत्यु को प्राप्त करेंगे (वचन 15), परन्तु जो मूर्ति को दण्डवत् करेंगे, वे अपने लिए परमेश्वर के प्रकोप को ले आएँगे। मूर्ति तो इतनी अधिक असाधारण होगी कि यह “बोलने” में सक्षम होगी। इसका अर्थ यह नहीं है कि इसमें जीवन आ गया है — यहाँ पर जिस यूनानी शब्द का उपयोग किया गया है वह न्यूमा है, जिसका अर्थ “श्वास” या वहाँ की “तरंग” से है, न कि बीओस (“जीवन”) का उपयोग हुआ है — परन्तु इसका अर्थ यह है कि इसमें किसी तरह की ऐसी योग्यता होगी कि यह मसीह विरोधी और झूठे भविष्यद्वक्ता के सन्देश को बोल सकती होगी। उनके प्रवक्ता होने के साथ ही मूर्ति उन लोगों की मृत्यु की निन्दा भी करेगी जो अपवित्र युगल की आराधना करने से इनकार करते हैं। हमारे तकनीकी संसार में, ऐसे परिदृश्य की कल्पना करना कठिन नहीं है।
चाहे झूठा भविष्यद्वक्ता कोई भी क्यों न हो, अन्तिम समय में संसार को होने वाला धोखा और अन्तिम समय का धर्म त्याग बहुत ही बड़ा होगा, और सारा संसार इसकी ओर आकर्षित हो जाएगा। धोखा देने वाले और झूठे शिक्षक जिन्हें हम आज देखते हैं, मसीह विरोधी और झूठे भविष्यद्वक्ता के अग्रदूत हैं, और हमें उन्हीं के द्वारा धोखे में नहीं पड़ जाना चाहिए। ये झूठे शिक्षक बहुतायत के साथ पाए जाते हैं, और ये हमें एक अन्तिम शैतानिक राज्य की ओर ले जा रहे हैं। हमें विश्वासयोग्यता के साथ यीशु मसीह के उद्धार देने वाले सुसमाचार का प्रचार करना चाहिए और आने वाली विपत्ति से पुरूषों और स्त्रियों के प्राणों को बचा लेना चाहिए।
[English]
[हिन्दी के मुख्य पृष्ठ पर वापस जाइए]
अन्त के समय में झूठा भविष्यद्वक्ता कौन है?